गुरुवार, 19 जुलाई 2012
सोमवार, 2 जुलाई 2012
।।दत्त गुरु ओम्, दादा गुरु ओम्।। दादाधाम, रविनगर, नागपुर
पूज्यनीय छोटे दादा जी.... परम श्रद्धेय गौरीशंकर महाराज जी..... परमहंस सद्गुरु दादाजी धूनीवाले महाराज
http://dadadhamravinagpur.org/
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http://dadadhamravinagpur.org/
मातृरूपेण संस्थिता
परम पूज्यनीय ताईजी
(मुझे दादा की डांट से बचाने के लिए सदा तत्पर)
http://dadadhamravinagpur.org/
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मातृ नर्मदे हर-हर
दादाधाम में मां नर्मदा की चांदी की प्रतिमा।
http://dadadhamravinagpur.org/
भव्यता का शिखर
नागपुर के रविनगर स्थित दादाधाम की विशाल वास्तु के ऊपर स्थापित भव्य कलश।
http://dadadhamravinagpur.org/
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श्रीयुत नरेंद्र दादा |
मेरे गुरुवर, दादाधाम के प्रणेता
पूज्यनीय श्रीयुत नरेंद्र दादा।
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मातृरूपेण संस्थिता
परम पूज्यनीय ताईजी
(मुझे दादा की डांट से बचाने के लिए सदा तत्पर)
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मातृ नर्मदे हर-हर
दादाधाम में मां नर्मदा की चांदी की प्रतिमा।
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नागपुर के रविनगर स्थित दादाधाम की विशाल वास्तु के ऊपर स्थापित भव्य कलश।
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बेवफ़ा यूँ तेरा मुस्कुराना
बेवफ़ा यूँ तेरा मुस्कुराना
याद आने के क़ाबिल नहीं है
इस तरह ज़ुल्म ढाए हैं तूने
सर उठाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने खत लिख के उनको बुलाया
आके क़ासिद ने दुखड़ा सुनाया
उनके पैरों में मेहंदी लगी है
आने जाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने पूछा के कल शब कहाँ थे
पहले शरमाये फिर हँस के बोले
आप वो बात क्यों पूछते हो
जो बताने के क़ाबिल नहीं है
(विवरण अगले भाग में)
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